वैसे तो ये बात सभी जानते है कि आगरा(Agra) का सराफा बाज़ार(Sarafa Bazar) आज पूरे देश में चांदी की पायल(Silver Anklets) बनाने वाले व्यापारियों का केंद्र बन गया है |आज देश विदेशो में आगरा की बनी पायलो की मांग काफी बढ़ चुकी है जो कि यहाँ के सराफा व्यापारियों(Bullion Traders) के लिए बहुत अच्छी बात है पर आज हम इस आर्टिकल के जरिये आगरा में चांदी की पायल मैन्युफैक्चरर करने वाले सराफा व्यापरियों का ध्यान उस ओर भी खीचना चाहते है जहाँ आज आगरा के पायल मैन्युफैक्चरर द्वारा अलग-अलग दामो पर पायल बेचने के कारण आज राजकोट(Rajkot) के पायल बनाने वाले व्यापारियों को फायदा मिल रहा है क्योंकि वहाँ के व्यापारी आपस में एक मत होकर एक फिक्स दामो पर पायलो को बेचते है |
जहाँ एक ओर आगरा के इस कारोबार से जुड़े सराफा व्यापारी मार्किट में कम्पटीशन के नाम पर बाज़ार में अपना माल बेचने के लिए कम दामो पर अपना माल बेच देते है जिससे वो खुद का और इस कारोबार से जुड़े दूसरे व्यापारियों का भी नुकसान करते है जबकि राजकोट के व्यापारी आपसी सहमति से एक दाम पर अपनी चांदी से बनी पायल बेचते है और एक दूसरे का नुकसान नही करते |दूसरे शहरों के व्यापारी आगरा में आकर मोलभाव करके कम दामो में माल खरीदकर ले जाते है और अपने शहर में मोटे मुनाफे पर इन पायलो को बेचकर फायदा उठाते है जो आगरा सराफा व्यापारियों के लिए बहुत ही गंभीर और सोचने वाली बात है |आज आगरा के चांदी की पायल बनाने वाले कारोबारियों में एकता ना होने के कारण राजकोट के पायल बनाने वाले सराफा व्यापारियों को फायदा हो रहा है |